किरदार
ना रहो अगर मगर में
रहो जो तुम सफ़र में
जो न मिल सका वो काश है
यूँ तो सभी को कुछ तलाश है
बेख़बर नही होशियार है
लोग पहले से तैयार हैं
औरों को क्यूँ देखें
हम तुम भी तो किरदार है
रहो जो तुम सफ़र में
जो न मिल सका वो काश है
यूँ तो सभी को कुछ तलाश है
बेख़बर नही होशियार है
लोग पहले से तैयार हैं
औरों को क्यूँ देखें
हम तुम भी तो किरदार है
Comments