मेरा संघर्ष
मैंने कहा था स्वीपर से मार देते हैं, लेकिन उसने कहा नही साहब नवरात्र चल रहा है। पाप लगेगा , दो एक दिन और रुक जाते हैं फिर दवा डाल देंगे । रात में खा के सुबह परलोक।
पर होनी को कुछ और ही मंजूर था ,उस दिन अगर मैं उसकी बातों में न आया होता तो आज मुझे अपने 1300 रुपये के jbl इयरफोन का गम ना मनाना पड़ता। चार दिन तो हुए थे लिए हुए । चूहों ने काट दिया । काट के इयरपीस भी ले गए ।पता नही सालों को कहां dj बजवाना था।सुबह अच्छा खासा छोड़ के गया था शाम को आफिस से आया तो अपना कटा हुआ ईरफ़ोन देख के दिल इंडिया की जीडीपी हो गया ।
उसी छड़ से ये दृण प्रतिज्ञा कर ली की कुछ भी हो अब इनका समूल नाश होगा।
अब हमरी जिंदगी का एक्क मक़सद है , "सब चूहा लोग का मौत "। एक एक को रैट किल खिला खिला के मारेंगे।
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