डिजिटली yours मोदी जी


आप चाहें तो मोदी जी की बातों पे हस सकते हैं लेकिन फिर आपको ये नही पता कि मोदी जी असाधारण व्यक्तित्व के स्वामी हैं। उन्होंने जो बातें बताई उसके पीछे एक कहानी है जिसके बारे में लोगो को पता नही। इसलिए लोग शायद उनकी बातो को सीरियसली नही ले रहे। मै वो कहानी आप लोगो को बताना चाहता हूँ।
हुआ ये कि मोदी जी ने जब 1987 में डिजिटल कैमरे से आडवाणी जी की रंगीन फ़ोटो खिंच कर ईमेल से दिल्ली भेजी ,तो अगले दिन आडवाणी जी का एक्सप्रेशन था कि डूड ये क्या है? मेरी रंगीन फ़ोटो ! OMG , How is this even possible?
आडवाणी जी तबसे सदमें में घूम रहे हैं और लोगो को आज तक ये लगता रहा कि प्रधानमंत्री की कुर्सी जाने से उनको गहरा सदमा लगा है। नही ऐसा बिल्कुल नही था।
लेकिन हम आज जानेंगे कि ये ऐतिहासिक घटना संभव कैसे हुई? जैसा हम सबको मोदी जी के apolitical interview से पता चल गया है कि मोदी जी ओबामा के लंगोटिया यार है और मोदी जी उनसे तू तड़ाक करके बात करते हैं , हालाँकि ये अपने आप में एक अलग रिसर्च का टॉपिक है कि अंग्रेज़ी में तू तड़ाक कैसे की जा सकती है।
बहरहाल हम जानते हैं कि ओबामा एक शक्तिशाली आदमी है और अमेरिका के सभी सुपरहीरोज का उसके साथ दिन रात का उठना बैठना है।ये बहुत हद तक सम्भव है कि ओबामा ने ही आयरन मैन से मोदी जी की दोस्ती करवाई हो और फिर वर्जिनिया भाभी जी की कसम  दिलाकर आयरन मैन को मजबूर किया हो कि एवेंजर्स के बाकी सुपरहीरोज के साथ मोदी जी को भी टाइम ट्रेवल करवाया जाए।
क्योंकि रंगीन पिक्चर खीचने के लिए जिस डिजिटल कैमरे की जरूरत मोदी जी को उस समय थी उसकी कमर्शियल अवैलिबिलिटी  1991 में ही पॉसिबल थी तो मोदी जी ने आयरन मैन से कहा कि उनको 1991 के जापान में भेज दें ताकि वहाँ से वो कैमरा लेकर वापस 1987 में आ जाएं। खैर मोदी जी ने टाइम ट्रेवल किया और कैमरा लेकर वापस 1987 में आ गए। अब उन्होंने डिजिटल कैमरे से आडवाणी जी की फ़ोटो तो खिंच ली लेकिन अभी भी एक बहुत बड़ी प्रॉब्लम थी और वो थी इस इमेज को मेल करना। बहुत परेशान होके मोदी जी ने अपने जिगरी अमिट शाह को कॉल किया। अमिट शाह ने मोदी जी को परेशान देखकर पूछा तमे केम चिंता करो छू मोटा भाई ,तो मोदी जी ने जिगरी को अपनी समस्या बताई। अमिट शाह ने अपना दिमाग भिड़ाया और बोला मोटा भाई काम मुश्किल है लेकिन हो जाएगा उसके लिए हमको NICNet के सर्वर में हैक करना होगा। 
अब इस मुश्किल काम को अंजाम देने के लिए मोदी जी ने अमिट शाह के साथ मिलकर सरकारी बिल्डिंग में सेंध लगाने का प्लान बनाया और अमिट शाह से कहा की हम हैकिंग उस दिन करेंगे जब आसमान में बादल छाए रहेंगे और बरसात हो रही होगी ताकि हम लोगों को कोई डिटेक्ट न कर सके , और जब वो दिन आया तो मोदी जी ने बड़ी चतुरता का परिचय देते हुए बिल्डिंग में घूस गए और कंप्यूटर हैक कर लिया,हालॉकि मोदी जी ने कंप्यूटर हैक तो कर लिया लेकिन इतनी बड़ी फ़ाइल को उस टाइम पर अटैच करके सेंड करना नामुमकिन था तो जिगरी यार ने फिर से दिमाग लड़ाया और सोचा की अब कौन ऐसा है जो ये काम कर सकता है। बहुत सोचने के बाद जिगरी ने राकेश रोशन को फ़ोन मिलाया और फ़ोन मिलाकर जादू का नंबर लिया और जादू को व्हाट्सएप्प किया पर जादू ने रिप्लाई नही किया तो राकेश रोशन ने बताया की जादू ने संघ जॉइन कर लिया है और पूरे तरीके से हिन्दू बन गया है। अभी वो सिर्फ ओम ओम ओम........सुनके रिप्लाई करता है। अमिट शाह ये सुनके बहुत इम्प्रेस हुये और मोदी जी से बोले की इस बार अमेठी सीट से जादू को लड़वा दे क्या मोटा भाई? So modi ji like dude you stole my line. मैं भी यही सोच रहा था लेकिन पहले आडवाणी जी को सरप्राइज तो कर दें।
फिर मोदी जी ने ओम ओम ओम ........वाली मशीन दबाई , जादू आया और उसने अपनी पावर से इमेज फ़ाइल को झट से दिल्ली ट्रांसमिट कर दिया जिसको देख आडवाणी जी हक्के बक्के रह गए और सदमे में चले गए। और इस तरीके से ये कहानी इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गयी।

नवाब

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