दिल की आवाज


आज यु tube पे दर्शन रावल का एक गाना 2 नंबर पर ट्रेंडिंग चल रहा है। बहुत जल्द ही नंबर एक पर भी आ जाएगा। जिनको म्यूजिक की समझ है या नही भी है तो थोड़ा ध्यान से  सुनने पर उन्हें तुरंत समझ आ जाएगा कि इस गाने की मेलोडी आज के गानो की नही है। मुझे भी ऐसा ही लगा की गाना सुना सुना तो लग रहा है,फिर मैंने गाने के नीचे दिए हुए क्रेडिट्स चेक किये। पता चला की ये गाना तो पाकिस्तानी सिंगर हक़ीदा कियानी के गाये हुए एक गाने "बूहे बरियाँ" से इन्सपायर है।यही नही थोड़ा रिसर्च करने पर ये भी पता लगा कि इस गाने को पाकिस्तान में क्लासिक का दर्जा भी हासिल है।
लेकिन कमाल की बात ये कि दर्शन के इस गाने को सुनने के बाद मुझे जिस गाने की vibe आयी वो सांग बूहे बरियाँ नही कोई और ही था। ये सांग प्रीति जिंटा की मूवी" दिल है तुम्हारा " एल्बम का था, और सांग था "दिल लगा लिया है "हालांकि ये गाना भी बूहे बरियाँ के साथ 2002 में ही रिलीज हुआ लेकिन ये copied था बूहे बरियाँ से।
लेकिन मैं जिस कहानी को बताने में इंटरेस्टेड हूँ, उसकी हिस्ट्री "दिल लगा लिया......" के साथ जुड़ी है। जब ये गाना आया मैं 10th में था। पता नही क्यों पर ये गाना मुझे इतना पसंद आया कि मैं इसको रिपीट पर सुनता रहता था। मेरा एक दोस्त था सुनील , ये सांग मैंने उसको सुनाया ,उसे भी बहुत पसंद आया। मैंने सुनील को ये भी बताया की ये गाना मैं अपनी एक  फ्रेंड को सुनाना चाहता हूँ । सुनील इस बात को सुनकर मुस्कुराया पर बोला कुछ नही। मैंने इस बात को ज्यादा तवज्जो नही दी लेकिन आज लगता है की उस बात को तवज्जो देनी चाहिए थी।
 वो जमाना कैसेट का था। मैंने उस टाइम के चुनिंदा गानों को जो मुझे पसंद थे ,एक कैसेट पर रिकॉर्ड कराया । उन गानो में एक गाना ये भी था।अगले दिन बहुत ही ज्यादा एक्साइमेन्ट में रिकार्डेड कैसेट के साथ , मैं अपनी उस फ्रेंड के पास गया और बोला की तुम ये कैसेट को सुनना और मुझे बताना की कैसा लगा। उसने मुस्कुराते हुए वो कैसेट ले लिया लेकिन बोला कुछ नही।
 काफी दिन बीत गए लेकिन कोई रिस्पांस नही आया तो मैंने बहुत ही बेचैनी के साथ उसके घर फ़ोन मिलाया। उस टाइम पर मोबाइल नही लैंड लाइन हुआ करता था। किस्मत से उसी ने फ़ोन उठाया । उसकी आवाज सुनकर मुझे बहुत  अच्छा लगा और उससे भी अच्छी बात ये हुई की उसके घर पर उस समय वही गाना चल रहा था"दिल लगा लिया....."
 मेरी खुशियों का ठिकाना नही था। उससे बात चल रही थी और मैं अंदर ही अंदर खुश हुए जा रहा था। बात करते करते 15 मिनट कब निकल गए पता ही  नही चला लेकिन फिर मैंने एक चीज़ नोटिस की , कि गाना तो खत्म ही नही हो रहा। 15 मिनट पहले भी वही गाना चल रहा था जो अभी चल रहा है। मैंने उससे पूछा यार की मैंने तो बहुत सारे डिफरेंट  गानो को रिकॉर्ड कराया था ,ये बस एक ही गाना क्यों चल रहा है। उसने जो जवाब दिया उसको सुनकर मेरे पावँ के नीचे की जमीन ही खिसक गयी। उसने बहुत ही रुमानियत भरे लहजे से कहा की सुनील ने उसे ये कैसेट दिया था और  पूरी कैसेट में बस यही गाना रिकार्डेड है, इसलिए रिपीट पर चल रहा है और मुझे  ये गाना सुनकर इतना अच्छा लगा की मैं तबसे यही गाना सुन रहीं हूँ,तुम्हारी कैसेट तो मैंने अभी सुनी ही नही।
 तब मेरे दिल में जो ख्याल आया  वो मैं बता नही सकता। लेकिन जब आज ख्याल आता है तो दिल से एक ही आवाज़ आती है , "भोसड़ी वाला सुनील "।

नवाब

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