एक पत्र मेरी बेटी के लिए



एक पत्र मेरी बेटी के लिए
बेटी तू मुझे अच्छा इंसाँ बनाती है
गर आंखे किसी जिस्म पे 
कहीं ठहर जाती है
तेरा होना कुछ याद दिलाता है
नजरें झुका लूं तू याद दिलाती है
मुझे तेरी मुस्कुराहट के 
काबिल बनना है
बेहतर से आगे 
एक कदम और चलना है
दुनिया हो क्यूँ बेहतर 
मुझे तू बताती है
बेटी तू मुझे अच्छा इंसाँ बनाती है
तू हो रही बड़ी 
तो पूछे न कोई तेरी जाती क्या है
हो तेरी अभिव्यक्ति अपनी
पूछे क्यूँ कोई इंग्लिश आती क्या है
मैं बस लिखता हूँ
मेरी कलम तू चलाती है
बेटी तू मुझे अच्छा इंसाँ बनाती है
तेरी भी हो दुनिया मे जगह
जो सबकी हो रहे
तू है ये वो और वहाँ की 
कोई क्यूँ कहे
तू मेरा आईना
मेरी कमियाँ दिखाती है
बेटी तू मुझे अच्छा इंसाँ बनाती है
हो शायद कभी 
कुछ ऐसा मुमकिन नही
तू चलना फिर भी
कभी डरना नही
है डराना काम दुनिया का
सो डराती है
बेटी तू मुझे अच्छा इंसाँ बनाती है

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