खबर है कि खबर



खबर है की खबर को ही दबाया जा रहा होगा
नही मोआमला है बस बनाया जा रहा होगा

बगैर अपने भी महफ़िल में समा रँगी हुआ होगा
इधर शम्मा उधर दिल को जलाया जा रहा होगा

समझता है नही वो भी समझता हूँ नही मै भी
होगा यूँ रोयेंगे इक दिन न रोया जा रहा होगा

की जीते जी न जी पाये पता क्या मरने पे भी हो
निकल जब जाँ रही होगी बुलाया जा रहा होगा

1222 1222 1222 1222



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