जगह दिल लगाने की चीज़

जगह दिल लगाने की चीज़
अब दुनिया ना रही
कभी अहले वक़्त ना रहा
कभी दुनिया ना रही
कर सुपुर्द ए खाक दुनिया
एक काम कर वाइज
वैसे भी काम आये
ऐसी काम की दुनिया ना रही
चले ढूढने इंसाँ
तो मिले कई लोग दुनिया में
कहूँ की लोग ही मिले
ऐसी भी दुनिया ना रही
कौन सी शय कब आ जाये
कह नही सकते
हमेशा हुए फ़ना सब
हमेशा की दुनिया ना रही
जहाँ देखी लम्बी कतारे देखी
और कतारे देखी
कतारों में ही रही दुनिया
दुनिया
दुनिया ना रही
गर भेज मुझको जहन्नम
तो कर दोस्तों को भी
जहाँ साले ये रहे
वहाँ किसी की दुनिया ना रही
ऐसा नही की बात होती नही
होती है
पर यू नही
की ना हो बातें
तो समझो
अपनी दुनिया ना रही
तुमने जो देखा सच है
तो थोड़ा और सच देखो
अब ये सच
वही झूठ है
जिसमें दुनिया ना रही
अविनाश कुमार

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