न मोहब्बत है ना ििनतज़ार है

ना मोहब्बत है ना  इंतज़ार है
जिंदगी है कि जैसे रविवार है

तू आग  दरिया में तैर ग़ालिब
हमें  जिंदगी से  बहुत प्यार है

जाना है कहाँ कुछ पता  नही
जाने को भीड़ मगर तैयार  है

हमसे न  पूछो तबियत हमारी
वो देखें नही समझो बेकार है

हम खुश हैं  ये गलतफहमी है
पर छोड़ो ये अच्छा आजार है

दिल  दवा  दारू  क्या चाहिए
उनकी गली में  यही बाजार है

जितने हैं गली मुहल्ले में लौंडे
कमजर्फों को तुझी से प्यार है

है कटी  की जिंदगी पूछो  मत
कटा  है कटने  का आसार  है

तुम्हे यकीं बाहों  में जन्नत  का
कुछ नही  ये  जन्नती बुखार है

खुमारी  ये  भी  उतरेगी  कल
चीज़ जिसे  कहते  हो प्यार है

रकीबों ने  की दुआ  मौत  की
रकीब  मर  रहे  चम्तकार   है

नही  समझा आंखों  की बातें
आज मेरा  यार उनका यार है

जिंदगी चल  रही  थोड़ी थोड़ी
थोड़ा थोड़ा  सबका  उधार  है


नवाब




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